मैंने जीना सीख लिया



उड़ना  तो  मैं  भी  चाहता  था
मगर  उन्होंने  पंखो को काट  दिया
फिर  मैंने  भी गमों  को भुलाकर
उनके  इरादों  को  ध्वस्त किया

एक  तमन्ना मन में  थी
वक्त  से  आगे  निकल  जाने  की
कोशिश  मेरी  भी  अच्छी  थी
मगर  वक्त  पर  हुकूमत  उनकी  थी

मेरे  अनगिनत  प्रयास  के  बाद  भी
जीत  उनके  कदमों  में  थी
वो  जीत  का  जश्न  मनाते  गये
और  मैं  अपनी  किस्मत  को कोसता  रहा

बैठकर  अकेले  सोचता  हूं  आज  भी
गलतियां  अपने  आप  की
पहचानी  अहमियत  वक्त की  जब
     | सीख  लिया जीना  मैंने  अब

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